October 4, 2024
Ling Ke Kitne Bhed Hote Hain

लिंग ( व्याकरण ) का परिभाषा, भेद और उदाहरण | Ling Ke Kitne Bhed Hote Hain

Ling Ke Kitne Bhed Hote Hain :- आपने हिंदी व्याकरण के सब्जेक्ट में लिंग का नाम तो अवश्य सुना होगा और हम अपने जीवन में भी लिंग के आधार पर बहुत से चीजों को विभाजित करते हैं।

मगर आपने कभी यह जानने की कोशिश की है, कि आखिर लिंग के कितने भेद होते हैं और लिंग किसे कहते हैं और लिंग के उदाहरण क्या क्या होते हैं और लिंग का परिभाषा क्या होता है।

अगर आपको इन सभी के बारे में तनिक भी मालूम नहीं है और आप लिंग से जुड़ी अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप हमारे इस लेख के साथ अंत तक बने रहे।

क्योंकि इस लेख में हम लिंग से जुड़ी हर एक जानकारी प्राप्त करने वाले हैं, तो चलिए शुरू करते हैं।


KEY POINTS

लिंग किसे कहते है OR Ling Ke Kitne Bhed Hote Hain ?

लिंग हिंदी व्याकरण का एक ऐसा छोटा इकाई माना गया है जिसके बेसिस पर किसी भी संज्ञा के जाति का वर्णन किया जाता है। वास्तविक रूप से लिंग एक सांस्कृतिक शब्द होता है, जिसका मतलब हिंदी भाषा में , ” चिन्ह, निसान, जाती, और इत्यादि, कई सारे होते है। लिंग को अंग्रेजी में gender के नाम से जानते है।

अगर हम आपको सरल भाषा में समझाने की कोशिश करें तो लिंग के मदद से ही हम किसे भी संज्ञा का स्त्रीवाची और पुरुषवाची  होने का बोध होता है। बहुत सारी चीजों को लिंग के बेसिस पर ही विभाजित किया जाता है और उसे अलग ही पहचान दिया जाता है।


लिंग का परिभाषा

हिंदी व्याकरण में जिस किसी भी चीज के आधार पर संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, इत्यादि  को स्त्री और पुलिंग में विभाजित किया जाता है उसे ही लिंग कहते हैं।


लिंग के भेद – ( Ling Ke Kitne Bhed Hote Hain )

लिंग हिंदी व्याकरण का बहुत ही अहम भाग होता है, हिंदी व्याकरण के अनुसार लिंग के तीन भेद होते हैं और उन तीनों भेदों को हमने नीचे में स्टेप बाय स्टेप करके लिखा है तो आप उन्हें ध्यान से पढ़े और समझे।

1)  स्त्रीलिंग (Striling)

2)  पुल्लिंग (Pulling)

3)  नपुंसकलिंग (Napunsak Ling)


1. स्त्रीलिंग किसे कहते है ?

संज्ञा का वह शब्द जिस से मालूम चले कि ” वस्तु की जाती मादा, स्त्री या महिला है, उसे ही स्त्रीलिंग कहा जाता है।

उदाहरण के तौर पर :- बकरी, गदही, बकरी, लड़की, मोरनी, बिल्ली,  मोहिनी, घोड़ी, हाथी, सोहिनी, रोहनी, शेरनी, बाघिन, बहन, खिड़की, कुतिया, सीता, गीता, गाय, भैंस, इत्यादि।

स्त्रीलिंग को पहचानने का पाँच तरीका

हिंदी व्याकरण में बहुत से ऐसे तरीके होते हैं जिनका उपयोग करके आप पता लगा सकते हैं कि कोई संज्ञा स्त्रीलिंग है या पुलिंग है। तो हमने उन सभी तरीके को नीचे में स्टेप बाय स्टेप करके लिखा है तो आप उन्हें ध्यान से पढ़ें और समझें।

1) calendar के सभी तिथियों के नाम और पृथ्वी पर मौजूद सभी नदियों के नाम स्त्रीलिंग होते है और यह स्त्रीलिंग जाती होने वर्णन करते है।

उदाहरण के तौर पर :- सतलज, ब्रमपुत्र, गंगा, सरस्वती, यमुना, कावेरी,  गोदावरी, पहली, तीसरी, प्रतिपदा, कृष्णा, सोन, पूर्णिमा और इत्यादि बहुत सारे होते है।

2) भाषा, बोली, और लिपियों के साथ साथ ईकारांत,  ऊकारांत, सकारांत, अनुस्वारंत, तकारांत, जैसे भवार्थी शब्दों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं, और इन से स्त्री जाती होने का बोध होता है।

जैसे कि :-  उदासी, टोपी, खुशी, सशी,  छत, भीत, रात, बात, लू, अंग्रेज़ी, रोटी, नदी, चिट्टी, पहाड़ी, पंजाबी, साँस, आदि।

3) सभी ग्रहों के नाम और सभी नक्षत्रों के नाम स्त्रीलिंग होते है और इन से स्त्री जाती होने का बोध होता है। मगर कुछ ग्रह के नाम पुलिंग होने का भी वर्णन करते है।

स्त्रीलिंग ग्रहों का नाम :-  रोहिणी, अश्विनी, पृथ्वी, भरणी, आदि।

4) जिन शब्दों के अंत में इयावर्ण वर्ण आता है वे शब्द स्त्रीलिंग होते है और इन सभी शब्दों से स्त्री जाती होने का बोध होता है।

जैसे कि :-  खटिया, कुतिया, नटिया, चिड़िया, कुटिया, लुटिया,  आदि।

5) जिन शब्दों के अंत में ख होता है और जिन भाववाचक संज्ञाओ के अंत में ट, या, वट हट जैसे शब्द होता है,  तो वो सभी शब्द स्त्रीलिंग होते है और इन सभी शब्दो से स्त्री जाती होने का बोध होता है।

जैसे कि :- चोख, राख ईंख, भूख, झंझट, आहट, चिकनाहट, आदि।


2. पुल्लिंग किसे कहते है ?

संज्ञा का वह शब्द जिस से मालूम चले कि ” वस्तु की जाती नर या पुरुष  है, उसे ही पुल्लिंग कहा जाता है।

उदाहरण :- कौआ, सुवर, घोड़ा, गदहा, जिराफ, बकरा, लड़का चूहा, साढ़, बैल, सांड, भालू, शेर, मोर,  कुत्ता, खरगोश, बिल्ला, भैसा, और इत्यादि बहुत सारे।

पुल्लिंग को पहचानने का पाँच तरीका

हिंदी व्याकरण में बहुत से ऐसे तरीके होते हैं जिनका उपयोग करके आप पता लगा सकते हैं कि कोई संज्ञा स्त्रीलिंग है या पुलिंग है। तो हमने उन सभी तरीके को नीचे में स्टेप बाय स्टेप करके लिखा है तो आप उन्हें ध्यान से पढ़ें और समझें।

1) वर्णमाला के अधिकतम अक्षरों के नाम पूरे तरह से पुल्लिंग होते है और उन्हें पुल्लिंग वर्ण के नाम से जाना जाता है, ये सभी वर्ण पुरूष जाती होने का बोध करते है,

जैसे कि :-   र, व, श, ग, ध, च, अ, उ, ख, ए, ओ, क, छ, य,  और इत्यादि।

2) पर्वत, calendar में मौजूद मास के नाम के साथ ही साथ कुछ ग्रहों के नाम और लगभग सभी पेड़ों के नाम पुल्लिंग होते है और इन सभी से नर जाती होने का पता चलता है।

जैसे कि :- हिमालय, चंद्रमा,  विंध्याचल, वैशाख, मंगल, बुध, सूर्य , शनि ग्रह, पीपल, नीम, शीशम, और इत्यादि कई सारे ।

3) जिन शब्दों के अंत होने पर आ, पा, न, आव, पन, ये जैसे विशेष प्रत्यय लगे हो वे सभी शब्द पुल्लिंग होते हैं और इन से संज्ञा पुरुष जाती के होने का पता चलता है ।

जैसे कि :-  मोटापा, बुढ़ापा, मोटा, लड़कपन, चढ़ाव, लेन-देन, पड़ाव, और इत्यादि बहुत सारे ।

4) अधिकतम द्रव पदार्थों के नाम और उनके साथ ही साथ खाने वाले अनाजों के नाम  पुल्लिंग होते हैं और इन से संज्ञा पुरुष जाती के होने का पता चलता है ।

जैसे की :- चना, सोना, लोहा, तांबा, घी, तेल, पानी, गेहूं, चना, छेना, दूध, रिफाइन, सरसो, मटर, जौ और इत्यादि कई सारे ।

5) सभी रत्नों के नाम के साथ ही साथ दोहे के सभी अवयवों के नाम पुल्लिंग होते है और इन से संज्ञा पुरुष जाती के होने का पता चलता है ।

जैसे कि :-  मोती, हाथ, पैर, मस्तक, दाँत, मुँह, कान, रोम, हीरा, पन्ना, गला, तालु, और इत्यादि।

दोस्तों, इस टॉपिक में हमने लिंग के भेद के बारे में सभी जानकारी प्राप्त कर लिया, मगर लिंग को अच्छी तरह से समझने के लिए हमें जानना होगा कि, लिंग किसे कहते हैं, तो चलिए इसे जान लेते हैं।


3. नपुंसकलिंग किसे कहते है ?

दोस्तों आपने ऐसे कई सारे शब्दों को देखा होगा जो कि नाही पुलिंग के श्रेणी में आते हैं और ना ही स्त्रीलिंग के श्रेणी में आते हैं उन्हीं सभी शब्दों को नपुंसक लिंग कहा जाता है।

नपुंसकलिंग का उदाहरण :- फल, मोटरयान, पुष्प, कमल, वायुयान आदि शब्द नपुंसलिंग होते है।


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( Conclusion, निष्कर्ष )

उम्मीद करता हूं, कि आप को मेरा यह लेख बेहद पसंद आया होगा और आप इस लेख के मदद से Ling Ke Kitne Bhed Hote Hain के बारे में जानकारी प्राप्त कर चुके होंगे।

हमने इस लेख में सरल से सरल भाषा का उपयोग करके आपको लिंग का परिभाषा, भेद और उदाहरण , से जुड़ी हर एक जानकारी के बारे में बताने की कोशिश की है।


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