April 19, 2024
Ghusl ki Dua | ग़ुस्ल की दुआ हिंदी में

Ghusl ki Dua | ग़ुस्ल की दुआ हिंदी में

Ghusl ki Dua :- अस्सलामु अलैकुम मेरे दोस्तों आपका हार्दिक स्वागत है हमारे इस लेख में आज के इस लेख के मदद से हम ग़ुस्ल करने की दुआ के बारे में जानने वाले हैं। बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिनको ग़ुस्ल करने के दुआ के बारे में मालूम नहीं है या फिर ग़ुस्ल करने का तरीका नहीं मालूम है।

हम आज के इस टॉपिक में उन सभी दोस्तों और भाइयों को बताएंगे कि आखिर इस्लामिक तरीके से ग़ुस्ल कैसे किया जाता है और ग़ुस्ल का तरीका क्या होता है तो चलिए शुरू करते हैं इस लेख को बिना देरी किए हुए।

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KEY POINTS

ग़ुस्ल क्या है – What is Ghusl in hindi

” ग़ुस्ल ” एक अरबी भाषा का शब्द है, इसका उपयोग ज्यादातर इस्लाम धर्म के लोग अपने वार्तालाप में करते हैं। इसका अर्थ हिंदी भाषा में स्नान करना यानी कि पूरे शरीर को धोना या फिर नहलाना होता है, इसे अंग्रेजी में ” Bath ” के नाम से भी जाना जाता हैं।

जब कोई व्यक्ति अशुद्ध परिस्थिति में होता है यानी कि अपने शुद्धता को खो देता है तब वह इस्लाम धर्म में कुछ भी पाक कार्य नहीं कर सकता है। पाक कार्य करने के लिए सबसे पहले उसे ग़ुस्ल करना जरूरी है तब जाकर उस व्यक्ति की शुद्धता वापस से आती है।

जब कोई व्यक्ति अशुद्ध परिस्थिति में होता है यानी कि अपने शुद्धता को खो देता है तब वह इस्लाम धर्म में कुछ भी पाक कार्य नहीं कर सकता है। पाक कार्य करने के लिए सबसे पहले उसे ग़ुस्ल करना जरूरी है तब जाकर उस व्यक्ति की शुद्धता वापस से आती है।  दोस्तों ऐसा नहीं है कि यह सिर्फ इस्लाम धर्म में ही माना जाता है, चाहे दुनिया का कोई भी मजहब हो उस मजहब में पवित्र (पाक) काम करने के लिए आपको ग़ुस्ल करना जरूरी है।

दोस्तों हमने इस टॉपिक में जान लिया कि ग़ुस्ल क्या होता है अब हम अगले टॉपिक की ओर बढ़ते हैं और जानते हैं कि आखिर गुस्ल की दुआ क्या होती है और गुस्ल करने की तरीका कौन-कौन सी होती है तो चलिए अब अगले टॉपिक की ओर बढ़ते हैं और जानकारी प्राप्त करते है।


ग़ुस्ल करने का तरीका क्या है – Gusl ka Tarika in Hindi

दोस्तों हमने इस टॉपिक के नीचे में इस्लामिक तरीके से ग़ुस्ल करने का तरीका स्टेप बाय स्टेप करके बता रखा है तो आप उन्हें ध्यान से पढ़ें और उनको समझे।

बिस्मिल्लाह हिरहमा निर्रहीम

  1. नीयत करना

इस्लामिक तरीके से ग़ुस्ल करने का सबसे पहला तरीका होता है नीयत करना, यानी कि निजासत से पाक होने , अल्लाह की रज़ा और सवाब के लिये मैं ग़ुस्ल कर रहा हु न कि मैं अपना बदन साफ़ करने के लिये ग़ुस्ल कर रहा हु। नियत में “नहा रहा हूँ पाक और साफ़ होने के लिए बिस्मिल्लाह हिरहमा निर्रहीम” ये कहे  ये गुसल करने का पहला स्टेप है।

  1. हाथ गट्टों तक धोना

बताए गए पहले तरीके को अपनाने के बाद अपने दोनों हाथ के गट्टों तक तीन बार अच्छे से धो लें और फिर मुंह में थोड़ा सा पानी लेकर कुल्ला करें।

  1. इस्तन्जे की जगह धोना

दूसरे तरीके को अपनाने के बाद इस्तन्जे की जगह को अच्छे धोयें चाहे निजासत लगी हो या नहीं।

  1. बदन पर लगी निजासत धोना

तीसरे तरीके को अपनाने के बाद बदन पर जहां भी निसाजत यानी कि “मैलापन, गंदगी” लगी हो उसे अच्छे से साफ़ करे। शरीर के सभी निसाजत पर पानी डालकर अच्छे से धो लें।

  1. वुजू करना

चौथा तरीके को अपनाने के बाद आप वुजू करें जैसे हम नमाज़ पढ़ने से पहले वजू करते है वैसे ही वजू करे, बस इस क्रियाकलाप में अपने पाओ को ना धोए । अगर आपके ग़ुस्ल करने का स्थान हल्का ऊपर है तब आप उस परिस्थिति में अपने पैर को धो सकते हैं।

  1. पूरे बदन पर पानी मलना

पांचवी तरीके को अपनाने के बाद अब आप अपने पूरे बदन यानी कि शरीर पर पानी की मालिश करें जिस प्रकार से हम अपने शरीर में तेल लगाकर मालिश करते हैं। ठीक उसी प्रकार से तेल की जगह पर पानी से मालिश करें। इस क्रियाकलाप को खास करके सर्दियों के महीने में जरूर अपनाएं।

  1. दाहिने कंधे पर पानी बहाना

ऊपर में बताये गए तरीके को अपनाने के बाद अब आप किसी बर्तन में पानी लेकर अपने दाहिने कंधे पर तीन बार पानी बहाए।

  1. बायें कंधे पर पानी बहान

अपने दाहिने कंधे पर पानी बहाने के बाद फिर आप तीन बार अपने बाएं कंधे पर पानी बहाएं यानी कि डाले।

  1. पूरे बदन पर पानी बहाना

दोनों कंधों पर पानी डालने के बाद अब आप अपने पूरे बदन के ऊपर 3 बार पानी डालें।

  1. पाँव धोना

अगर आपने वजू करते समय अपने पैर को नहीं धोया था तो आप अब अपने स्थान से हल्का पीछे हट कर दोनों पैरों को अच्छे से धो लें।

  1. पूरे बदन पर हाथ फेरना

ऊपर में बताए गए सभी तरीके को अपनाने के बाद अब आप अपने शरीर में एक बार अच्छे से साबुन को मल ले अगर आपके पास साबुन नहीं है तो अपने हाथ से पूरे शरीर पर हाथ फेरे और पानी डाल ले।


ग़ुस्ल के मुस्ताहिबात

दोस्तों हमने ऊपर के टॉपिक में जाना कि आखिर इस्लामिक तरीके से ग़ुस्ल कैसे किया जाता है अब हम इस टॉपिक के माध्यम से जानेंगे कि आखिर ग़ुस्ल के मुस्ताहिबात क्या क्या है।

  • ज़ुबान से नीयत करना।
  • नहाते में क़िबले की तरफ़ रुख़ न करना जबकि आप अपने बदन पर कपड़े पहने न हों।
  • हमे ऐसी स्थान पर ग़ुस्ल करना चाहिए जहाँ पर किसी की नज़र न पड़े।
  • पुरूष किसी भी खुली जगह पर नहाए तो नाफ़ से ले कर के अपने घुटने तक का जिस्म पूरे तरह से ढक ले या उस स्थान पर कोई कपड़ा या तहबंद बाँधकर ग़ुस्ल करे और एक औरत को कही भी खुली जगह पर ग़ुस्ल करना सही नहीं है।
  • ग़ुस्ल में किसी तरह की बात नही करना होता है और ना ही किसी भी प्रकार का दुआ पढ़ना पढ़ना होता है।
  • ग़ुस्ल करने के बाद किसी साफ तौलिया या रूमाल से अपने पूरे बदन पोंछना।
  • सारे बदन पर तरतीब से पानी डाले।

Ghusl ki Dua in Hindi – ग़ुस्ल की दुआ

दोस्तों बहुत सारे लोग ग़ुस्ल करने की दुआ को जानना चाहते हैं हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि असल में कोई ग़ुस्ल करने का दुआ होता ही नहीं है। हालांकि लोग यह इधर-उधर ढूंढते रहते हैं कि आखिर  Period Ghusl ki Dua,  औरतो के लिए ग़ुस्ल की दुआ , Humbistari ke baad ki dua, मर्दो के लिए ग़ुस्ल की दुआ, क्या होती है लेकिन हम उन सभी दोस्तों को बताना चाहेंगे कि ग़ुस्ल करने का कोई दुआ नहीं होता है।


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[ Conclusion, निष्कर्ष ]

दोस्तों आशा करता हूं कि आपको मेरा यह लेख बेहद पसंद आया होगा और आप इस लेख के मदद से Ghusl ki Dua के बारे में जानकारी प्राप्त कर चुके होंगे।

हमने इस लेख में सरल से सरल भाषा का उपयोग करके आपको Ghusl ki Dua, के बारे में बताने की कोशिश की है।आप हमारे दिए गए कमेंट सेक्शन में अपनी राय जरूर दें कि आपको यह लेख कैसा लगा और आपको Ghusl ki Dua समझ में आया कि नहीं।


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